Haryana news: इस 7 प्रमुख सड़कों के निर्माण को मिली हरी झंडी, गुरूग्राम को जाम से मिलेगी राहत
हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम में 7 प्रमुख सड़कों के निर्माण में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को तेज़ करने का फैसला किया है। इससे न केवल ट्रैफिक समस्या का समाधान होगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी सुधार होगा।

Haryana news: हरियाणा के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक खबर सामने आई है। नए गुरुग्राम में 7 प्रमुख सड़कों के निर्माण में आने वाली अड़चनों को जल्द ही दूर किया जाएगा। इस दिशा में गुरुग्राम मेट्रो डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMDA) और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) ने मिलकर एक कार्य योजना तैयार की है।
इन सड़कों के निर्माण के साथ-साथ, 6 गांवों की 93 एकड़ ज़मीन की आवश्यकता होगी, ताकि पानी, सीवरेज और वर्षा जल के लिए उचित व्यवस्था की जा सके। इस मुद्दे पर हरियाणा के मुख्य सचिव ने आवश्यक निर्देश जारी किए हैं और ज़मीन अधिग्रहण प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने की बात कही है, ताकि सड़क निर्माण में आ रही समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जा सके।
ड्राइवरों को हो रही परेशानी
HSVP द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, दिल्ली-जयपुर हाईवे (NH-48) से गुरुग्राम-पटौदी हाईवे तक जाने वाली 6 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण में कई अड़चनें आ रही हैं। खासकर, सेक्टर-82 स्थित बेस्टक पार्क व्यू आनंद सोसाइटी के सामने लगभग 150 मीटर का सड़क खंड नहीं है, जिससे ड्राइवरों को भारी परेशानी हो रही है।
बारिश के समय यहां कीचड़ फैलने से यातायात बाधित होता है। इस मुख्य सड़क के निर्माण में रुकावट को दूर करने के लिए सिकंदरपुर बादा गांव की 23.6 एकड़ ज़मीन की आवश्यकता होगी। इसके अलावा, Hasru गांव की 18 एकड़ ज़मीन की भी आवश्यकता होगी, ताकि SPR से सेक्टर-88-89 तक मुख्य सड़क का निर्माण किया जा सके।
सड़क कनेक्टिविटी से ट्रैफिक कम होगा
गुरुग्राम में हीरो होंडा चौक से सुभाष चौक तक मुख्य सड़क को साउथर्न पेरीफेरल रोड (SPR) से जोड़ा जाएगा, जिससे गुरुग्राम सोहना हाईवे और NH-48 पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। इसके अलावा, इस ज़मीन पर पाइपलाइन बिछाई जाएगी, ताकि सेक्टर-58 से लेकर सेक्टर-80 तक पानी की आपूर्ति की जा सके। ज़मीन अधिग्रहण के बाद, सेक्टर-71-78 की विवादित मुख्य सड़क का निर्माण भी पूरा किया जाएगा, जहां पानी, सीवरेज और वर्षा जल के नालों का निर्माण किया जाएगा।
भूमि विवाद का समाधान
सेक्टर-78 से लेकर सेक्टर-80 तक की मुख्य सड़क की लंबाई लगभग 2 किलोमीटर है, जिसका निर्माण अभी तक पूरा नहीं हो सका है। हालांकि, इस ज़मीन का अधिग्रहण कर लिया गया है, अब अवैध निर्माण को हटाने का काम किया जाएगा। इसके अलावा, सेक्टर-73-74 के मुख्य सड़क के निर्माण के लिए बहरामपुर गांव की 6.61 एकड़ ज़मीन की आवश्यकता होगी। यहां 400 मीटर लंबी सड़क का निर्माण भूमि विवाद के कारण रुका हुआ था।
ऐतिहासिक स्थल और भूमि विवाद
सेक्टर-66-67 की मुख्य सड़क को गुरुग्राम-सोहन रोड से जोड़ने के लिए बड़शाहपुर गांव की ज़मीन की आवश्यकता है, जहां एक ऐतिहासिक बावड़ी और कुछ मकान आते हैं। इस बावड़ी का नवीनीकरण पुरातत्व विभाग द्वारा किया जा रहा है। इस मार्ग को बदलने के लिए लगभग 150 मीटर ज़मीन अधिग्रहण की आवश्यकता होगी।
वर्षा जल नालों की समस्या
सेक्टर-81 से लेकर सेक्टर-111 तक वर्षा जल के नालों की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। यहां पर मुख्य सड़क पर वर्षा जल के नालों का निर्माण किया जाना था, लेकिन यह कार्य अभी भी लंबित है। कुल 8 किलोमीटर क्षेत्र में से केवल 4 किलोमीटर में वर्षा जल के नालों का निर्माण हुआ है।
सीवरेज लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण
सेक्टर-81 से 104 तक सीवरेज लाइन बिछाने के लिए भी ज़मीन अधिग्रहण में समस्या आ रही है। HSVP ने GMDA के CEO को दी गई रिपोर्ट में बताया है कि 11.50 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइन के निर्माण के लिए 32 स्थानों पर काम चल रहा है, जिनमें से 29 जगहों पर भूमि विवाद सुलझा लिया गया है। CEO ने 11 स्थानों पर विवाद जल्द सुलझाने के आदेश दिए हैं।
हरियाणा सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इन महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माण को प्राथमिकता दी जाएगी। ज़मीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज़ किया जाएगा ताकि इन परियोजनाओं को शीघ्र पूरा किया जा सके। इससे न केवल ट्रैफिक समस्या का समाधान होगा, बल्कि क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं में भी सुधार होगा। इस तरह, सरकार के प्रयासों से नए गुरुग्राम का विकास तेजी से हो सकेगा और नागरिकों को बेहतर यातायात सुविधाएं मिलेंगी।